Mizoram news: कौन है जेपीएम (ZPM) पार्टी जो कर रही है चमत्कार
आख़िर ZPM पार्टी क्यों है इतनी खास और यह कैसे अपना कमाल मिज़ोरम मे दिखा रही हैं इस पार्टी की तुलना मौजूदा दिल्ली की “आप” पार्टी से किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि ठीक ये पार्टी उसी की तरह है जो अपना जलवा मिज़ोरम मे दिखा रहीं हैं। चार साल पहले ठीक ढंग से बने जोरम पीपुल्स मूवमेंट ने तीन बार सत्ता संभाल चुके MNF को कारारी शिकस्त दी है। इस बार पूर्व आईपीएस लालदुहोमा जीत के नायक बनकर उभरे हैं। मिज़ोरम मे ये ZPM की पहनी जीत है जो चार साल के बाद पहलीबार सत्ता मे आयी है बताया जा रहा है कि मणिपुर हिंसा और युवाओं की नाराजगी एमएनएफ पार्टी को पड़ी है भारी।
ZPM ने कितनी जीती सीटें:
मिज़ोरम के इस राज्य में तीन दशक बाद कोई नई पार्टी कमान संभालेगी। जेडपीएम की आंधी में सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट जो इस बार 10 सीटों पर ही सिमट गया तो वहीं 22 साल तक राज्य की सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी सिर्फ एक सीट जीत पाई। और वही राज्य में बीजेपी को सिर्फ दो सीटें मिली हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 2018 के चुनावों में बीजेपी को एक सीट मिली थी। इसबार जोरम पीपुल्स मूवमेंट ने मजबूत वापसी करते हुए इस बार अपने बूते पर बहुमत हासिल किया और राज्य की 40 सीटों में से 27 सीटें पर अपना दबदबा कायम किया हुआ है मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) के सत्ता से बाहर होने के पीछे बीजेपी की नजदीकी को जिम्मेदार माना जा रहा है। राज्य में बीजेपी को दो सीटें मिली हैं। 2018 के चुनावों में बीजेपी को एक सीट मिली थी। जेडपीएम का चुनाव निशान टोपी है।