व्हाइट लंग सिंड्रोम क्या है-आखिर इससे लोगों में क्यों दहासत बनी हुई हैं
यूरोप, अमेरिका तथा एशिया में व्हाइट लंग सिंड्रोम बीमारी फैल रही है। अभी यह कुछ ही देशों में देखने के मिली है। जैसे कि अमेरिका, यूरोप के कुछ हिस्सों तथा चीन में ये बीमारी अपनी घर बना रही है। द मिरर के अनुसार, यह अमोनिया पहले से ही डेनमार्क में अपनी गड़ बना चुका है। वहा के लोग इस बीमारी से जूझते हुए दिखाई दे रहे है।
खबर के मुताबिक यूरोप के डेनमार्क तथा नीदरलैंड के बच्चो में विशेष रूप से यह संक्रमण देखने को मिला है। सिंड्रोम नमक ये महामारी माइक्रोप्लाजमा निमोनिया, तथा जीवाणु के कारण होता है।
मानव जाति पर दिखने वाले प्रभाव:
व्हाइट लंग सिंड्रोम एक प्रकार का अमोनिया है। जिसके होने पर फेफड़ों में सूजन आ जाती है। यह बीमारी विशेष रूप से बच्चो को निशाना बना रही है। जिसके होने पर बुखार, खांसी और थकान के रूप में देखा जा रहा है। कुछ जगह यह महामारी बड़े बुजुर्गो में भी देखने के मिल रही है। जिससे सांस लेने में तकलीफ तथा कफ का जमना बताया जा रहा है। व्हाइट लंग सिंड्रोम महामारी अभी तक सबसे ज्यादा अमेरिका के ओहिया में नजर आया है। जहां करीब 150 बच्चों में इसकी गड़ना की गई है।