Sabala Yojana
11 से 18 वर्ष की किशोरियों के लिए उत्तराखंड सरकार ने शुरू की Sabala Yojana योजना
उत्तराखंड सरकार बालिकाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य के लिए कई तरह की हम योजनाएं संचालित करती है। उसी में से एक सबला योजना Sabala Yojanaहै जो कि, इस समय उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही है। यह योजना साल 2010 में बाल और महिला विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई थी। सबला योजना Sabala Yojana11 से 18 वर्ष की आयु की किशोरियों के विकास और सशक्तिकरण हेतु चलाई जाती है।
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Sabala Yojana क्या है?
इस योजना के माध्यम से 11 से 18 वर्ष की उम्र तक की किशोरियों को स्वस्थ प्रशिक्षण और प्रोत्साहन देकर उन्हें सक्षम बनाया जाता है, ताकि वह अपने परिवार और समुदाय के स्वास्थ्य और विकास में सक्रिय रूप से योगदान कर सके। यह योजना आंगनबाड़ी केंद्र पंचायत सामुदायिक भवनों और स्कूलों के माध्यम से संचालित की जाती है इसके तहत 11 से 18 वर्ष की आयु की सभी युवा लड़कियों को शामिल किया जाता है और उन्हें पोषण और स्वास्थ्य देखभाल संबंधित सभी तरह की जानकारी को प्रदान किया जाता है।
सरकार का मानना है कि, यह उम्र ऐसी होती है, जहां पर उन्हें सबसे ज्यादा स्वस्थ और अपने जीवन कौशल शिक्षा से जुड़ी बातें जानने का अधिकार होता है। उसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए इस योजना को संचालित किया जाता है।
Sabala Yojana का उद्देश्य
सबला योजना (Sabala Yojana) युवा लड़कियों को स्वस्थ और सार्थक जीवन जीने के लिए आवश्यक साधन प्रदान करके उनेह सशक्त बनाने का कार्य करती है, इससे उन्हें कई लाभ मिलते है, जेसे –
- युवा किशोरियों को जीवन जीने के लिए सशक्त बनाना।
- पोषण और गैर-पोषण आवश्यकताओं को पूरा करना।
- इस योजना से कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल विकास को बढ़ावा देना।
- कमजोर लड़की तक पहुच बनाना। लों और पंचायत भवनों की क्षमता का उपयोग करना
- लड़कियों के बीच किशोर प्रजनन और यौन स्वास्थ्य की देखभाल प्रथाओं को बढ़ावा देना।
- स्कूल छोड़ने पर लड़कियों को एक बार फिर से शिक्षा प्रणाली में लाना।