SATAT Scheme – Sustainable Alternative Towards Affordable Transportation का उद्देश्य और इसके उदाहरण
सतत योजना की शुरुआत अक्टूबर 2018 में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा की गई थी। इसके माध्यम से संभावित उद्यमियों को स्वीकार करके किफायती परिवहन की दिशा में उन्हें आगे बढ़ाना है। आज के समय में भारत में 1,500 सीएनजी स्टेशनों का नेटवर्क वर्तमान में लगभग 32 लाख संपीड़ित गैस-आधारित ऑटोमोबाइल संचालित करता है।
SATAT पहल का उद्देश्य
SATAT का मतलब किफायती परिवहन की दिशा में सतत विकल्प प्रदान करना सरकार का मुख्य लक्ष्य रखा गया है। यह एक ऐसा उपाय है जो किसानों, वाहन उपयोगकर्ताओं और उद्यमियों को मदद करेगा, साथ ही यह योजना सैटैट इनिशिएटिव PIB का लक्ष्य संपीड़ित बायो-गैस संयंत्रों की पेशकश करता है, जिन्हें आत्म-निर्भर उद्यमियों के माध्यम से स्थापित किया जा सके।
इसके माध्यम से देश में आयातीत ईंधन पर निर्भरता को कम करना सरकार का उद्देश्य है, क्योंकि हर साल उत्पन्न होने वाले 62 मिलियन मेट्रिक टन से अधिक कचरे का उपयोग भारत द्वारा किया जाता है। इसके लिए वैकल्पिक ईंधन उद्योग में अधिक विस्तार करने से इसका लाभ देश की मिलेगा साथ ही इस सेक्टर में अधिक से अधिक नौकरियों का भी सृजन देश में होने लगेगा।
सतत विकास के उदाहरण
सतत विकास के रूप में कई तरह की उर्जा का उपयोग किया जाने वाला है, जिसमे सबसे ज्यादा पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाना है। इसके साथ ही फसल चक्र,टिकाऊ निर्माण,, कुशल जल जुड़नार, हरित क्षेत्र, सतत वानिकी को इसमें शामिल किया गया है।