मिशन सागर – Mission Sagar के माध्यम से पहुचाई पडोसी देशो को सहायता
हम सभी जानते हैं कि, 2020 में आई कोरोना महामारी से कोई भी देश वंचित नहीं रहा था। ऐसे में एक देश दूसरे देश की मदद करते हुए भी देखा गया था। इसी उद्देश्य से भारत ने भी कई अन्य देशों की इस महामारी के दौरान मदद की थी। साथ ही अन्य देशो की मदद करने के लिए मिशन सागर (Mission Sagar) भी शुरू किया गया था।
मिशन सागर (Mission Sagar)
मिशन सागर (Mission Sagar) को मई 2020 में शुरू किया था, जिसमें हिंद महासागर के तटवर्ती राज्यों में देश को covid-19 संबंधित सहायता प्रदान करने हेतु भारत द्वारा मदद की गई थी।इस योजना के तहत कई तटवर्ती देश को मदद पहुंचाई गई थी, जिसमें मालदीव, मॉरीशस, मेडागास्कर, कोमोरोस और सेशेल्स जैसे देश शामिल थे।
मिशन सागर का मुख्य उद्देश्य
इस योजना के माध्यम से भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र और उसके तटवर्ती देश में मानवीय सहायता उपलब्ध करवाई थी, जिसके लिए उन्होंने अपने जहाजों को इसके लिए तैनात किया था। इस मिशन के तहत भारत ने 15 मित्र देशों को 3,000 मीट्रिक टन से अधिक खाद्य सहायता, 300 मीट्रिक टन से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन, 900 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 20 आईएसओ कंटेनरों की सहायता इन देशो की प्रदान की है। इन जहाजों की तैनाती समुद्र में 215 दिनों तक चली और उन्होंने इसके माध्यम से सहायता प्रदान की है।
मिशन सागर योजना से रिश्ते हुए मजबूत
मिशन सागर योजना के माध्यम से भारत और उसके पड़ोसी देशों के बीच में आर्थिक और सामाजिक सहयोग को भी मजबूती मिली है। साथ ही सभी देशों के साथ उनके संबंध काफी मजबूत हुए हैं। भारत किसी भी प्राकृतिक आपदा के मामले में सबसे पहले उत्तरदाता रहा है और हमेशा अपने पड़ोसि देशो के लिए उत्तरदाई रहा है।