जाने राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन National Technical Textiles Mission का मुख्य उद्देश्य
हमारे देश में कपड़ा उद्योग सबसे बड़े उद्योग के रूप में जाना जाता है, जिसक बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास करते हुए देखी जाती है। इसी के लिए कपड़ा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन (national technical textiles mission) की शुरुआत की गई है, ताकि इस क्षेत्र में वैज्ञानिक शोध, उद्योग और व्यक्तिगत सुरक्षा को ध्यान में रखा जा सके।
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राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन के तहत लगभग 74 करोड रुपए की 20 कार्य नीति अनुसंधान परियोजनाओं को सरकार द्वारा मंजूर दे दी गई है। इसमें राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन भी शामिल किया गया है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य वस्त्र उद्योग को ज्यादा से ज्यादा गति देना है, जिनमें कपड़ा क्षेत्र के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना, एकीकृत वस्त्र पार्क योजना, के साथ 2024 तक घरेलू बाज़ार का आकार 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर पहुँचा कर तकनीकी वस्त्रों में वैश्विक लीडर के रूप में भारत को स्थापित किया जा सके।
‘मेक इन इंडिया‘ पहल को बढ़ावा
राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन, संबंधित मशीनरी और उपकरणों के घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने वाली ‘मेक इन इंडिया’ पहल का भी समर्थन करता है। इसके तहत FDI में 100% समर्थ योजना शामिल की गयी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा कपड़ा उद्योग देश में विकसित हो सके। इसके अलावा पूर्वोत्तर क्षेत्र वस्त्र संवर्द्धन योजना, पावर-टेक्स इंडिया, रेशम समग्र योजना और जूट आईकेयर जैसे अन्य कदम भी उठाये गए हैं। आज भारत में तकनीकी वस्त्रों के विकास ने पिछले पाँच वर्षों में काफी अच्छी गति पकड़ी है, जो वर्तमान में 8% प्रतिवर्ष की दर से बढ़ते हुए नजर आ रही है।