सरकार मिशन कर्मयोगी Mission Karmayogi से सरकारी कर्मचारियों की क्षमताओं को विकसित करने जा रहा
मिशन कर्मयोगी Mission Karmayogi) की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई है, जिसकी शुरुआत 2 सितंबर 2020 को की गयी। इस योजना के अंतर्गत सरकारी अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि उनके अंदर और बेहतर तरीके से कौशल विकास किया जा सके, तथा उन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा सके।
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मिशन कर्मयोगी (Mission Karmayogi)
भारत में सिविल सेवकों के लिए क्षमता निर्माण की नींव रखने वाले सिविल सेवा क्षमता निर्माण के राष्ट्रीय कार्यक्रम को इस तरह से जोड़ा गया है। योजना का मुख्य उद्देश्य सरकारी कार्यालय में कार्यरत सभी कर्मचारियों की योग्यताओं को बढ़ाना है।
मिशन कर्मयोगी योजना के माध्यम से सिविल सेवकों की दुनिया भर के सर्वोत्तम संस्थाओं और प्रथाओं को सिखाने में सक्षम बनाना है। इस योजना के अंतर्गत कम से कम 46 लाख कर्मचारी आने वाले हैं, जिसके लिए सरकार द्वारा 510।46 करोड रुपए का बजट तय किया गया।
कोन इस योजना का लाभ ले सकता है?
मिशन कर्मयोगी योजना में कोई भी सिविल सेवा से जुड़ा हुआ कर्मचारी और अधिकारी इसका लाभ ले सकता है और इसके माध्यम से दी जाने वाली ट्रेनिंग को ले सकता है। इससे जुड़ने के बाद आपको ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए लैपटॉप को मोबाइल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है।
इस योजना के अंतर्गत कर्मचारियों के कौशल और विकास पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। इस योजना के माध्यम से कर्मचारियों के कई सारे कुछ लोगों को विकसित किया जाएगा, जिसमें इन्नोवेटिव, कल्पना शीलता, क्रिएटिविटी, प्रगतिशील, ऊर्जावान सक्षम पारदर्शी तकनीकी से दक्ष जैसी चीजों में सुधार किया जाने वाला है।